ताबज्जू इस दिल को जो दी तो
ना कहते कहते भी इकरार हो गया
उनके खयालो में यूँ रहने लगे हम
की समझे भी ना हम और ये दिल खो गया
अजीब बेचैन ज़िन्दगी में अब तो
दिन और रात का फर्क करना भी दुश्वार हो गया
तेरी सोच के साथ जीने जो लगे हम
तो सपनो में भी तेरा दीदार हो गया
रुठते रहे हम और मानते रहे तुम
और इसी तकरार में ना जाने कब कैसे कहाँ मुझे प्यार हो गया .....
ना जाने कब कैसे कहाँ मुझे प्यार हो गया...!!!
निशा :) smile always
ना कहते कहते भी इकरार हो गया
उनके खयालो में यूँ रहने लगे हम
की समझे भी ना हम और ये दिल खो गया
अजीब बेचैन ज़िन्दगी में अब तो
दिन और रात का फर्क करना भी दुश्वार हो गया
तेरी सोच के साथ जीने जो लगे हम
तो सपनो में भी तेरा दीदार हो गया
रुठते रहे हम और मानते रहे तुम
और इसी तकरार में ना जाने कब कैसे कहाँ मुझे प्यार हो गया .....
ना जाने कब कैसे कहाँ मुझे प्यार हो गया...!!!
निशा :) smile always
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