Tuesday, January 8, 2013

this poem is dedicated to all the rape victims who had seen the real truth of this unacceptable reality of life, while writing this i was in tears....

आज एक बंद अँधेरी कोठरी में मैंने एक लड़की को पाया,
हैवानियत के दर्द में लिपटा उसका रोम-रोम चिल्लाया,
जिस उम्र में थे करने साकार सपने कई,
उस दौर में उसने अंतरिम दर्द के सिवा कुछ न पाया,
भूखी नज़रों ने जो किया उसपे वार,
जिस्म से आह निकली और दिल का हर हिस्सा टूट कर कहराया,
भूल गए वो दरिन्दे की एक औरत (माँ) ने ही उनको अपनी कोक से जन्माया,
इंसानियत का हैवानियत में बदलता रूप मैंने आज इस दास्तान में पाया,
ज़िन्दगी की इस कड़वी सच्चाई से बदल गयी उसकी हर आस,
हर चीख् मे दबा था उसके टूट कर बिखरने का एहसास,
अकेला छोड़ उसे दुनिया का कोई इंसान न पहुंचा उसके पास,
एक दर्द भरी कहानी का हिस्सा बनके रह गई वो जिसे बनना था कुछ ख़ास,
चाहती हूँ मैं इस दर्द से उभर कर फिर उठे वो एक बार,
अँधेरे रास्ते को छोड़ नयी राह चुन  अब उन अत्याचारियों पर करे वो वार,
गलत को मिले  ऐसी सजा की फिर न कभी किसी लड़की पर कोई नज़र डाल सके,
इज्जत होती है क्या इस समाज को वो अपने हक़ की लड़ाई लड़ फिर बतला सके ...............!!!!!!

निशा :)smile always

इच्छा..........

ऊँचाइयों के शिखर को  छू लेने की इच्छा,
अपने अस्तित्व की खोज में गगंचुमती उम्मीदों को पा लेने की इच्छा,
अँधेरे जहां को रोशनी का आधार दे एक साकार सपने की इच्छा,
कोशिश कर खुद को हर संघर्ष में ज़िन्दगी को जीत जाने की इच्छा,
सुख की तलाश में दुःख के हर दर्द से उभर कर जी जाने की इच्छा,
आज में जीकर आने वाले कल के लिए खुद को सक्षम बनाने की इच्छा,
हर रूठे रिश्ते की नीव को नया रूप देकर हर वक़्त में उसका साथ निभाने की इच्छा,
बरबस चूमती मन की हर ख्वाहिश को ज़िन्दगी का एक मात्र लक्ष्य बनाने की इच्छा,
इच्छा दिल में जीने के जज्बे को नया रूप देकर आगे बढाती है,
हर दिन नए सपनो की दुनिया का एक हिस्सा ये इच्छा ही कहलाती है ......!!!

nisha :) smile always

yunhiii....

दुनिया की भीड़ के बीच मेरे नाम को मिले एक पहचान,
जाना पहचाना सा हो रास्ता या फिर हर राह हो मुझसे अनजान,
अँधेरे को मिले ऐसी रोशनी  उगते सूरज को भेजे कोई सलाम,
बीतते हर पल के साथ लाऊं मंजिल को अपनी ओर चाहे गुजरे कितनी ही सुबह और शाम....!!!

nisha :) smile always

वो वादा करके बीच राह में छोडके चल दिए...........

वो वादा करके बीच राह  में छोडके चल दिए,
हम इंतज़ार में बैठे उनके आने की चाह लिए,
ये कैसा अजीब सा रिश्ता है,
ये कैसी अजीब सी कशिश  है,
दो पल की मुलाकात भी  जैसे हर वक़्त को मिलाने की कोशिश है,
शब्द कम पड़ जायेंगे,
पर शायद वो लम्हे ना आयेंगे,
जिनमे तुम बैठ के  दो पल की हमे बात सुनाओगे,
कभी तो  कहोगे हमसे कभी तो हमे भी बुलाओगे........!!!!

nisha :) smile always

अपने दिल का फ़साना लिख दिया.........

 उनसे मिलकर हमने अपने दिल का फ़साना लिख दिया,
जिसको बस सोचा सपनो में उसको हकीकत में प्यार किया,
शिकायत सिर्फ  इतनी की बेचैन रातों का उन्हने  मेरे सुकून लिया,
 लगता  जैसे हर  जनम मैंने प्यार के हर वक़्त का वादा उन्ही से किया,
किस नाम से  उनको पुकारूँ मैं  कहूँ मेरे  साजन या मेरा पिया,
तुझे  सामने जब भी देखूं  कभी ना कह पाऊं  तू  ही धड़कन तू ही मेरा जीया....!!

nisha:) smile always

my bday 2012

एक और साल का इजाफा मेरी उम्र में जुड़ गया,
गुजरे पलों को साथ ले, आने वाले कल की तरफ मुड गया,
बीते साल में हुई बहुत सारी  बातें, कई बेहेतरीन पल बहुत खुबसूरत नयी मुलाकातें,
जद्दोजेहेत से भरे दिन सपनो से भरी रातें, मजबूत रिश्तो की ज़िन्दगी को मिली सौगातें,
शुक्रगुजार हूँ मैं उन सबका जो ज़िन्दगी में मेरे साथ है चल रहे,
खुदा  की रहमत है की आज इस सफ़र में भी ऐसे यादगार लम्हे है मिल रहे,
इन सब के बीच मैं और मेरा अस्तित्व और निखर गया,
उम्र को बढाने वाला ये साल भी यूँही हँसते-हँसते गुजर गया..............!!!!

निशा :) smie always

आज दिल परेशान सा है...........

आज दिल परेशान  सा है,
थोडा खुद में हैरान सा है,
आँखों में नमी भी है थोड़ी,
थोडा मायूस, खुद से अनजान सा है,
कितनी बातों  से हमने दिल को दुखाया,
लौट कर जिक्र फिर भी तेरा ही मन में आया,
किसी की बेरुखी से तडपे हम इतना,
बहुत बार समझाया पर ये मन न समझ पाया,
रूठी राहों ने जैसे थाम लिया मेरा हाथ,
दर्द के अलावा जैसे किसी ने न दिया मेरा साथ,
अकेलेपन की बेरुखी ने मुझे हर पल दी सजा,
ढूंडा तुझको कितना पर तेरे जाने की मिली न वजह......!!!

nisha :) smile always

फासले इतने बढे तेरे मेरे दरमियान...............

फासले इतने बढे तेरे मेरे दरमियान,
कितने भी कदम चल हम कम हुई न ये दूरियाँ,
फैसले ये दिल के हुए और सितम हुआ हम पर यहाँ,
तोडके जज्बातों का ये सिलसिला छूटा मुझसे प्यार का जहां,

कितना दौर गुजरा  और फिर लौटा तेरे साथ का वो पल,
जिसमे थी बीते वक़्त की यादें पर समझा न क्या है आने वाला कल,
छुपे हुए कल में थी फिर तुझसे बिछड़ने की बातें,
कुछ पल के लिए सही मिली मुझे ज़िन्दगी भर की सौगातें,

तेरे खयालो को साथ लेकर ज़िन्दगी यूँही बीत जाये,
तू कभी लौट कर न भी पर तेरी यादों का झरोखा हर वक़्त मुझे तेरी याद दिलाये,
शब्दों में बयान हो सके तो मन कितना कुछ कह जाये,
फासलों की इन दीवारों पर तेरी तस्वीर अक्सर मुझे समझाए,
तू जहाँ भी जाये मेरी दुआ मेरा साथ हर पल में तू पाए............!!!

nisha :) smile always

ये प्यार..........

दो दिलो के मिलने की कड़ी है ये प्यार,
दिल और जज़्बात  की कहानी कहे ये प्यार,
आँखों के दर्द को  एक पल में महसूस करे ये प्यार,
मिलने की कशिश को और बढ़ाये ये प्यार,
सोच समझने की सूत-बुत भुलाये ये प्यार,
भूली भटकी राहों को सही राह दिखाए ये प्यार,
ख़ुशी भरी छाव के आँगन में एहसास के फूल खिलाये ये प्यार,
शब्दों की लड़ियों को मिलाकर खयालो को रूप दिलाये ये प्यार,
अनजानी राहों पर मिले एक अजनबी से प्यार कराये ये प्यार,
इस छोटी सी ज़िन्दगी को अपने होने से और खुबसूरत बनाये ये प्यार .......!!!!

nisha :) smile always

हसरतों की स्याही से लिखी रोज़ बातें नयी....

हसरतों की स्याही से लिखी रोज़ बातें नयी,
कभी  दम तोडा किसी ने कभी साकार भी हुई कई,
रोज़- रोज़ दिल के बाज़ार में  लगता ख्वाहिश का मेला,
पर फिर भी नादान सा समझे न ये  है भीड़ के बीच बिलकुल अकेला,
ज़िन्दगी की इस दौड़  में हमने खुद को पीछे पाया,
खाली सपनो के पीछे भागते भागते ऐ नादान तू कहाँ मुझको ले आया,
अब कहूँ रुक जा जरा थाम के मेरा हाथ मुझे संभल जाने दे,
सपनो से परे हकीकत के इस सफ़र में अब तो मुझे खुद को आजमाने दे !!!

निशा :) smile always

सोचोगे मुझे तो मेरी आदत सी हो जाएगी .......

सोचोगे मुझे तो मेरी आदत सी हो जाएगी ,
चाहोगे मुझे तो मेरी फितरत तुम्ह्ने सताएगी ,
रुठोगे जो मुझसे तो मेरी मासूमियत तुम्हे मनाएगी ,
बाँटोगे जो मुझसे अपनी ख़ुशी तो गम  की हर तस्वीर यूँही मिट जाएगी ,
रहोगे जो मुझसे दूर तो दुरी फिर तुम्हे वापस मेरे पास लेके आएगी ,
कहोगे जो मुझसे हर एक बात तो उन बातों की वजह भी तुम्हे मिल जाएगी ,
मिलोगे जो मुझसे तो हर राह मिलने के लिए वापस तुम्हे बुलाएगी ...!!!

nisha :) smile always

आसमान की चादर ओढ़े, धरती के बिछौने में सोये.....

आसमान की चादर ओढ़े, धरती के बिछौने में सोये
लिपटे खुद में ठण्ड  से ठिठुर कर, फिर भी है सपनो में खोये
न घर के छत की कोई खबर, और रहते रास्तों में यूँही बेघर
न उनको आज का कोई डर, न ही उनको आने वाले कल की फिकर
ये  है  दुनिया का एक हिस्सा, जहाँ इन्सान एक रोटी पे जीता 
और एक दुनिया का ऐसा हिस्सा, जहाँ सिर्फ खेल के नाम पर मनचाही बोली से  लुटता पैसा
कोई हर दिन एक- एक पैसे को जोड़, अपने बच्चो को रोटी खिलाते
जी तोड़ मेहनत करके भी, एक घर ले सके इतना न कमाते 
और कोई पैसे के ढेर को कहाँ संभाले, ये समझ न पाते
उसकी फिक्र में न ही एक दिन को चैन मिलता, न ही एक वक़्त को सो पाते
कैसी ये दुनिया उप्परवाले ने बनायीं , सोच समझ कर ये रचना करायी
कहीं भूक से बिलखती आस, कहीं पैसे कमाने की ख़त्म न होती प्यास
कहीं रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी को जीने के लिए हर दिन तडपन
कहीं पुश्तैनी जिंदगियों को बरक़रार रखने के लिए हर दिन उलझन
पर यहाँ जो आया है वो क्या अपने साथ लेके जायेगा
हर इन्सान अपने हिस्से के दुःख और सुख खुद यही भोग के  जायेगा
हर रात की उम्र होती है कम और उजाले के साथ उठती नयी उमंग
कभी तो ये वक़्त भी बदल जायेगा , नया दौर लौट के आएगा
कभी तो ऐसा भी होगा , जब इन्सान - इन्सान में परिस्थितियों का फर्क न कहलायेगा ....!!!


निशा :)

क्यूँ मुझसे रूठे हो तुम??

क्यूँ मुझसे रूठे हो तुम,
क्यूँ दिल में है शिकंज यूँ,
क्यूँ लगता तुम्हे की है चाहत कम,
क्यूँ मुझसे तकरार है यूँ,
शिकवा शिकायतों का ये रिश्ता क्या होगा कभी ख़तम,
प्यार की शुरुवात हो जिसमे हो ऐतबार कभी न कम,
दिल में ज़ज्बातों का दौर हो ऐसे की ख़ुशी से हो आँखें नम,
प्यार के मोती को चाहत की डोर में पिरोकर,
लाये हर खुबसूरत लम्हे तेरे लिए ज़िन्दगी में हम !!!

निशा :) smile always