Wednesday, March 31, 2010

एक नन्हा सा सपना मेरी आँखों में पलता है

एक नन्हा सा सपना मेरी आँखों में पलता है...........


नन्हे नन्हे पैरो की आहट लिए जैसे कोई मेरे सामने चलता है...........


उसके होंटों पे किलकारी है .....उसकी अंखियों में नयी उम्मीदों की क्यारी है..............


उसकी हर एक अदा प्यारी है......उसमे ही सिमट गयी जैसे मेरी दुनिया सारी है............


जब सूरज कहीं ढलता है .....हर रात सपनो के रस्ते वो मुझसे आके मिलता है.................



एक नन्हा सा सपना मेरी आँखों में पलता है...........


नन्हे नन्हे पैरो की आहट लिए जैसे कोई मेरे सामने चलता है...........



कभी मुझसे रूठ जाये वो........कभी मुझे मनाये वो..................


कभी नन्हे हाथो से मुझे सहलाये वो..........कभी अपनी अठखेलियो से सताए वो............


चुपके से पास आकर मेरे कानो में वो कहता है.................


मैं और मेरा अक्स माँ तुझमे ही रहता है....................


एक अधुरा एहसास है तेरे अन्दर जिसे मैं पूरा करूँगा...................


एक दिन तेरे आँगन की क्यारी का मैं मेहेकता फूल बनूँगा.............



एक नन्हा सा सपना मेरी आँखों में पलता है...........


नन्हे नन्हे पैरो की आहट लिए जैसे कोई मेरे सामने चलता है...........
 
                                                                                                                                 nish......

Wednesday, March 17, 2010

कुछ लब्जों में दोस्ती और प्यार के एहसास.........

इस दोस्ती से है प्यार कितना मैं लाब्जो में ना कह पाऊं ...................


तेरी मेरी यारी के किस्से मैं किसको सुनाऊं ................................

जब सामने आये तू तेरी बातो में डूब जाऊँ............................

और अकेले में तेरी यादों से खुद को बहलाऊँ ................................

दूर रहकर भी तुझसे दूर ना रह पाऊँ.........................

तेरी दोस्ती तेरी यारी में जी जान लगाऊं.................................

दुआ है ये दिल से वक़्त के साथ बढती जाये ये दोस्ती......................

छोटे छोटे पलों में छिपे है तेरे मेरे दोस्ती और प्यार के मोती....................
इश्क प्यार दोस्ती मोहोब्बत सब तुझमे ही पाया है....................


तू ख्वाब से हकीकत बन मेरी ज़िन्दगी में आया है....................

तेरी चाहत के मुस्कराते एक एक पल का एहसास मुझमे समाया है.................

तुझमे ही है सारी ख़ुशी तू ही प्यार का साया है.............................

तुझे भूल जाऊँ ये कभी होगा ना मुझसे..............................

इस कदर चाहत की डोर ने बांधा है मुझे तुझसे....................

चाह कर भी कभी ना दूर करना मुझे खुदसे....................

टूट कर बिखर जाउंगी लागी ऐसी लगन तुझसे.........................
मैं साथ हू तेरे तू जहाँ जहाँ जायेगा.................


इंतज़ार का हर लम्हा बीतेगा और तू मेरे पास आएगा.............

जाने कैसी होगी वो शाम जब तुझे मेरा मन सामने पायेगा..............

दिल फिर से जी उठेगा शायद उस पल जब तुझमे मेरा एहसास समाएगा..................

बीत जायेंगे ये दिन भी और फिर नए रास्तो का सफ़र एक दूजे के साथ प्यार me बीतता जायेगा..........
आँखों में कल रात एक सपना आया.............


मीठी बाँहों में तेरी मैंने खुद को पाया...................

एहसास और तेरे प्यार की छुअन ने मुझे चुपके से तेरे पास बुलाया..............

नजरो से नज़रे मिली और तू मेरे सामने आया.......................

तेरी आगोश में डूब जाऊँ ये एहसास जगाया....................

दिल छुते छुते तुने मुझे नींद में ही प्यार जताया...................

तड़प है इस एहसास में ये कहके मेरे मन को तुने समझाया.................

चाहत की इस खुबसूरत नींद में मुझे तेरा सपना आया............