Thursday, April 4, 2013

काश ऐसा हो....

काश ऐसा हो की तू सपना कोई देखे,
तो उसको साकार मैं कर  जाऊं,
काश ऐसा हो की किसी दर्द से तेरी शाम जो  गुजरे ,
तो पहली  किरण से खुबसूरत सुबह तुझे दे जाऊं,
काश ऐसा हो की तेरी आँखों में  और चेहरे पे ख़ुशी जो दिखे,
तो  कारण का पहला नाम मैं ही कहलाऊं,
काश ऐसा हो की तू पीछे पलट के जो देखे,
तो किसी और से पहले मैं ही सामने आऊँ,
काश ऐसा हो की तू रूठे जो किसी से,
तो मनाने की हर कोशिश में मैं तुझको मनाऊं,
काश ऐसा हो की जो महसूस हो तुझे अकेलापन,
तो तेरी परछाईं बन मैं तेरी हर कमी को पूरा  कर जाऊं,
काश ऐसा हो की तू खुद में टटोले खुद को,
तो मेरे अक्स में मैं तेरी ही छवि को पाऊं .........!!

nisha :) smile always

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