Sunday, September 16, 2012

५ (दिल से लिखी कुछ खास बात):-

पूछते है दुनिया वाले तेरी आँखों में कौन रहता है........
ख्वाहिशों के समंदर में एहसास बन कौन बहता है........
मैं बोली वो मेरी ज़िन्दगी की किताब का वो अधुरा हिस्सा है........
जिससे किताब का हर पन्ना पूरा होता है.........
जो मेरे साथ हँसता है और मेरे साथ रोता है........
जिसके होने न होने का फर्क नहीं पड़ता  क्यूंकि वो तो हर पल
हर एहसास में मेरे साथ रहता है मेरे साथ जीता है............!!!

निशा

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