Thursday, April 22, 2010

एक अधूरी ख्वाहिश ...............

ख्वाहिशो के पुरे होने का था मुझे इंतज़ार.......

प्यार में डूबी चाहत पर था मुझे ऐतबार........
बंद आँखों में एक तस्वीर छुपा रखी थी............
तेरी यादों के एहसास के साथ तुझे पाने की उम्मीद लगा रखी थी...........

उस उम्मीद की हर एक डोर से था मेरा रिश्ता जुड़ा ....
कभी लगता था तू अपना कभी एक दम जुदा जुदा ......
चाहत के पन्नो पे लिखी कुछ ऐसी अनकही बातें .......
यादों के झरोखों को खोले हुए ऐसे ही कट गयी जाने कितनी रातें ........
पूरी हो ना पाई ये अधूरी दास्ताँ .....
तेरे मेरे बीच जाने क्यूँ आई ऐसी दूरियां ...........
पर फिर भी उन ख्वाहिशो के पुरे होने का करती थी मैं इंतज़ार ....
क्यूंकि हर पल प्यार में डूबी चाहत पर था मुझे ऐतबार ........
भीगी पलकों के बीच तेरे एहसास को छुपा कर रखा था .....
सब की नजरो से छुपकर तुझे मैंने आँखों में बसा के रखा था ......
ज़िन्दगी के हर एक मोड़ ने मुझे कितनी बार हैरान किया .......

तन्हाई ने हमेशा मुझे मुझमे ही हज़ार सवालो के बीच छोड़ दिया ...
कई बार तुझ तक पहुंचू तुझसे लडू तुझसे कह दू ...........
इस कोशिश को मन के अन्दर मैंने दबा के रखा था ..............
दिल के जज्बातों का एक महेल मुझमे मेरे अन्दर मैंने सजा के रखा था .............
इसलिए तुझे ना पाकर मैंने ये जाना है .........
की तू मेरी उम्मीदों और जज्बातों का वो अनकहा फ़साना है ...................
जिसको मन की तस्वीरो से उभर कर मैंने आज पहचाना है ...............

15 comments:

  1. nice one,

    keep writing

    well wishesh

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  2. bhaav-poorn sundar abhivyakti

    likhna jaari rakhen

    shubh kamnayen

    =====================
    कृपया वर्ड वैरिफिकेशन की कष्टकारी प्रक्रिया हटा दें ! यूँ लगता है मानो शुभेच्छा का भी सार्टिफिकेट माँगा जा रहा हो।

    बहुत ही आसान तरीका :-
    ब्लॉग के डेशबोर्ड पर जाएँ > सेटिंग पर क्लिक करें > कमेंट्स पर क्लिक करें >
    शो वर्ड वैरिफिकेशन फार कमेंट्स >
    यहाँ दो आप्शन होंगे 'यस' और 'नो' बस आप "नो" पर टिक कर दें >
    नीचे जाकर सेव सेटिंग्स कर दें !

    देखा ***** कितना आसान

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  3. हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

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  4. "तू मेरी उम्मीदों और जज्बातों का वो अनकहा फ़साना है
    जिसको मन की तस्वीरो से उभर कर मैंने आज पहचाना है"
    विचारों को शब्द देने का सार्थक प्रयास - हार्दिक शुभकामनाएं.

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  5. ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है। नियमित लिखती रहें और शेयर करती रहें। शुभकामनाएं !

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  6. हिन्दी कविता जगत में आपका स्वागत है। अच्छा लिखा है आपने।
    मेरे ब्लॉग पर भी आए\
    साकेत सहाय
    विश्व के आंगन में हिन्दी

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  7. Hindi blog jagat men apka svagat karate huye khushee ho rahee hai---ummeed hai age bhee likhtee rahengee.

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  8. nice begining, swaagat hai. pls visit my blog ie mainratnakar

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  9. अच्छा लिखा है आपने। ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है।मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

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  10. अच्छा लिखा है आपने। ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है।मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

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  11. yr most welcome and nice to read yr well composed emotions. keep writing and keep posting :)

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  12. thanx a lot to all of you! im really happy that people are appreaciating my work and i will keep updated with new updates

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  13. Great work dii :)
    keep it up :)

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