Thursday, October 11, 2012

ख्वाब....

ख्वाब हर उम्मीद को आसरा दिलाते है
ख्वाब मन की हर इच्छा को साकार बनाते है
ख्वाब हमे प्यार करना सिखाते है
ख्वाब हमारी चाहत की अलग दुनिया सजाते है
ख्वाब खुशियों का रास्ता बनाते है
ख्वाब परेशानी में आस के साथ जीना सिखाते है
ख्वाब हम देखते है हर ख्वाब को पूरा करने के लिए
ख्वाब हम देखते है हर चाहत को समझने के लिए
ख्वाब हम देखते है हर एहसास को महसूस करने के लिए
ख्वाब हम देखते है कभी खुद को समझने के लिए
ये ख्वाबों की दुनिया का खेल है अनोखा
हर दबी इच्छाओं का उसमे मिलता झरोखा
कभी ख्वाबों की ये दुनिया में नयी आशा जन्म लेती है
कभी ख्वाबों की ये दुनिया नए भ्रम हमे देती है
कभी ख्वाबों की ये दुनिया जाने अनजाने रिश्ते को हमसे जोड़ देती है
कभी ख्वाबों की ये   दुनिया ज़िन्दगी की हर अधूरी दास्ताँ को पूरा कर देती है !!!!

निशा  :) smile always

ऐ खुदा ये बता....

ऐ खुदा ये बता इतना मजबूर दिल तुने क्यूँ दिया
सारे  जहाँ को छोड़कर मुझ पर ही ये सितम क्यूँ किया
दिल की लगी ने आके छोड़ा मुझे  ऐसे मक़ाम पर
जहाँ से छुट जाता हर एक रास्ता मिलती न मुझे कोई डगर

दो राहों के बीच हम खड़े होकर ये सोचते
मंजिलों की कोई खबर नहीं क्या पाना है क्या है खोजते
गुमनाम बन इस दुनिया से यूँही चले जायेंगे ऐसे ख्याल मन में पनपते
अंत में रुक रुक के मेरे कदम हर बार बस तेरे ही दर पर पहुँचते

तू देख मुझे, रोक मुझे, थाम ले मेरा हाथ ये
कर जायेंगे बहुत कुछ अगर मिल जाये तेरा साथ ये
दो दिन की ज़िन्दगी में आंसूं न बहायेंगे बीती बात में
उजाले ले आयेंगे हर डूबते सूरज के साथ गुजरती अँधेरी काली रात में !!!!

nisha :) smile always

Tuesday, October 9, 2012

इश्वर और उसका पैगाम....

मेरे सामने लिए लोगो ने इश्वर के कई नाम.........
कोई कहे अल्लाह उसे तो कोई कहे भगवान्........
मेरे लिए तो तू ही रहीम तू ही मेरा राम........
हर दिल को इंसानियत से भर दे  तू.......
दे तू दुनिया को येही पैगाम ..........

पर फिर भी न जाने क्यूँ लोग तेरे नाम से है झगड़ते .........
दरगाह हो या मंदिर हर जगह को लेकर है लड़ते..........
इस नाम से क्या फर्क पड़ता है ...........
जब तू हर एक शख्स के दिल में बस्ता है...........
क्यूँ ऐसी सोच लेकर लोगो में दो राहे का रास्ता है.........

इस धरती पर जन्म लेकर.......
खुद इन्सान ने ये नियम बनाये..........
तुझे ही टुकडो में बाँट कर..........
हर टुकड़े के नाम सुनाये.............
पर इन सबके बीच तुने ये होने से क्यूँ इन्सान को न रोका..........
क्यूँ कहा  न उससे कि ये तो बस भ्रम है दे रहे हो खुद को ही तुम धोखा .............
शायद तू रोक लेता तो इस दुनिया में ऐसा न होता.........
इन्सान सिर्फ इंसान नाम से ही जाना जाता........
धर्म-जातियों में खुद  को बांटकर तुझे पाने के लिए  ना रोता .........!!!!

निशा :) smile always

ये ज़िन्दगी :-

बेफिक्री सी ज़िन्दगी और उसमे बेशुमार  ख्वाहिशें........
कहीं खुले दिल कि छूट कहीं हज़ार बंदिशें......
वक़्त के सितम से कहीं मिली रूठी हुई मंजिलें......
मनाने जो बैठे हम तो पूरी हुई कई चाहतें.......
हाथ थामे जो चल दिए तो मिली आसमान में उड़ने कि आशाएं.......
छूटे जहाँ पे साथ वही जुडी ज़िन्दगी से निराशाएं........
कई रिश्तों में दबे हर जज़्बात को लेके हमने जी  ये ज़िन्दगी........
सँभालते रहे हम उम्र भर फिर भी न संभली ये ज़िन्दगी..........
हाथों में ख्वाबों के रेत भर समुन्दर के जैसी बहती ये ज़िन्दगी.........
नामुमकिन कोशिश से मुमकिन बातों तक के सफ़र को तय करती ये ज़िन्दगी.........!!!

निशा :) smile always

Sunday, October 7, 2012

कुछ बेनाम लेख ........

उनसे अपने पास रहने कि गुजारिश हमने की..........
दिल को दिल से मिलाने की सिफारिश  हमने की.........
हसरतें तो उन्ही से जिंदा है अभी तक.........
इसलिए ज़िन्दगी से भी ज्यादा प्यार करने की ख्वाहिश हमने की.....!!!

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उनसे दूर होने की वजह हमे ढूंड के भी न मिली........
पर उनसे प्यार होने की वजह एक नहीं हज़ार मिली.........
बेंतेहां प्यार की जगह हमने उन्हें दिल में दी..........
पर उनको हमे दिल से निकलने की वजह बार बार मिली.........!!!





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मैं खोजती रही उनकी आँखों में अपने लिए प्यार का जहाँ.......
मेरी किस्मत की थी साजिश की मिला मुझे कोई और ही वहां.........
उसको देख के दिल टूट गया और सजा पाई मैंने यहाँ.........
टूट के बिखरे हिस्से आज भी पड़े है उनकी गली में जाने कहाँ- कहाँ......!!!




निशा :) smile always

राहों कि मंजिल ..........

रोज़ रोज़ हम खोजने  निकलते अपनी राहों कि मंजिल को.......
कहीं अकेली वीरान ज़िन्दगी कहीं मिले हम लोगो से भरी महफ़िल को.......
हर एक के किस्से सुनने बैठे सुना हमने हर एक दिल को.......
कितनी टूटती उम्मीदों कि वजह भी न मिली पर फिर भी दिल मजबूर धड़कने को.........

सुनते सुनते दिल भर आया पर आँखों से आंसूं न निकल पाए.......
दुसरे के दर्द को महसूस तो किया पर अपने हिस्से में उसके दर्द को न सह पाए......
कहीं किसी को खोने का था गम कहीं अपनों से बिछड़ने का एहसास था......
अपनी मंजिलों को तो भूल ही गए हम और सिर्फ उनको पाने का आभास था.......

अकेली राह भी मिली हमे और इस तरह यूँ उसमे हम आगे बढ़ते रहे.......
आंसुओं का सहारा तो बन न सके हम.......
कोशिश कर होंटों क़ी हंसी का कारन बन कर चलते रहे......
देखा और जाना क़ी इन सबमे ही तो हमारी मंजिल ने अपना रास्ता चुन लिया.......
निश्चित इस राह के अंत को दिल से स्वीकार कर ज़िन्दगी को एक नया मोड़ दिया.......!!!!

निशा :) smile always

याद आता है वो मस्त दोस्ताना, tension और masti भरा mix याराना.......

मुझे याद आता है वो मस्त दोस्ताना.........
tension  और masti  भरा mix  याराना.........
hostel  कि सीढियों पे पूरी रात बिताना..........
12 बजते ही bday  cake  के साथ हर bday  मनाना.........
roomates  को nightouts  के लिए पटाना.............
हर ladki को उसके boyfriends  को लेके चिढाना.........
मुझे याद आता है वो मस्त दोस्ताना.........
tension  और masti  भरा mix  याराना.........

college के लिए तैयार होते होते हर दिन late  जाना.......
हर professor पर अपनी पढाई का impression जमाना......
classes के बाद अक्सर canteen  में दिन बिताना.......
lecture bunk  मार कर दोस्तों के साथ हर नयी movie को जाना......
मुझे याद आता है वो मस्त दोस्ताना.........
tension  और masti  भरा mix  याराना.........

pocket - money  ख़तम होने पर उधारी से काम चलाना.......
Account में पैसे  आते ही दोस्तों को पार्टी कराना...........
हर sunday  रात साथ बैठ कर एक ही थाली में खाना......
एक दुसरे के college  के किस्सों को सुनना और सुनाना.......
मुझे याद आता है वो मस्त दोस्ताना.........
tension  और masti  भरा mix  याराना........

exams  के वक़्त अक्सर seniors ko याद फरमाना.........
library  में बैठ एक दुसरे को lessons  पढ़ाना..........
projects , presentations की deadlines तक खुद को तैयार कराना......
किसकी किसपे नज़र है इस खबर को एक दुसरे तक पहुँचाना........
lectures के बीच sms से एक दुसरे को सताना........
हर आते- जाते लोगो का मजाक बनाना............
मुझे याद आता है वो मस्त दोस्ताना.........
tension  और masti  भरा mix  याराना........

वो रात की चाय की चुस्कियां , वो maggie का kuppa .......
वो mess का बकवास खाना, वो दोस्तों के  घर का dubba ........
वो watchman का चुपके से gate के अन्दर लाना........
वो warden  का  हर रात हम पर चिल्लाना..........
ऐ काश कभी ऐसा हो के वो दिन हम फिर से जी ले...........
कॉलेज के उस खुबसूरत वक़्त को फिर से दोहरा ले...........
उन यादों से जुड़े  हर एक शख्स ने मन में अपनी एक तस्वीर बना ली है.......
उन लम्हों में मेरे साथ रहके मुझे एक नयी पहचान दी है........
इसलिए बार- बार मुझे याद आता है वो मस्त दोस्ताना.........
tension  और masti  भरा mix  याराना.......

निशा :)smile always

फासले..गुजारिश और साथ :) -


चलना चाहू हर पल तेरी परछाई बन तेरे साथ.....
आके देख ज़ज्बात मेरे और दे अपना हाथों में हाथ......
ये ज़िन्दगी अधूरी और अधूरी तेरे बिन मेरी हर एक बात.......
बेजार से हर दिन गुजरे और तन्हाई में कटती हर एक रात.......

तेरी खामोश नज़रें दिल को कमजोर बना देती है.......
मेरे तेरे बीच के ये फासले और बढ्हा देती है.......
मैं क्या करू तेरी ये ख़ामोशी मेरे दिल को अक्सर ये सजा देती है.......
होंटों से निकले एक शब्द तो पूरा अर्थ जता देती है.....

अगर ज़ज्बात का ये इम्तेहान तो देने से हम ना डरेंगे......
तू चल पड़े जो साथ तो अपनी ज़िन्दगी भी तेरे नाम करेंगे.....

तू आया और तेरे कदम मेरी तरफ इस कदर जो बढ़ चले......
आये यूँ करीब हम और मिट गए हर फासले......
दिल तो है चाहता कि बस यूँही चले ये सिलसिले......
कभी ना बिछड़े जो इतनी गुजारिश से अब ये दिल मिले.......!!!!!

निशा :)smile always

ऐसे देखते है वो मुझे....

ऐसे देखते है वो मुझे कि कुछ पल को वक़्त ठहर सा जाता है......
ऐसे चाहते है वो मुझे कि जैसे उनसे सदियों का नाता है......
ऐसे खोजते है वो मुझे कि हर राह में मेरा ही चेहरा उन्हें नज़र आता है......
ऐसे समझते है वो मुझे कि ये रिश्ता जन्मों का कहलाता है.......
उनके इस प्यार ने मुझे क्या से क्या बना दिया......
मेरे खुद के वजूद से मेरा परिचय करा दिया.......
जो लम्हे मेरे दर्द के हिस्से आये वो भी उन्हुने अपने नाम किया......
और बदले में इतने प्यार और ऐतबार के मुझसे कभी कुछ ना लिया.......
कहना चाहू तो भी शायद उनके लिए शब्द कम पड़ जायेंगे........
उनको तो हम जाते-जाते अपनी उम्र भी दे जायेंगे........!!!

निशा :) smile always

Tuesday, October 2, 2012

बारिश की बुँदे

 बादलों के बीच चमकती रोशनी से बरसने लगी रिमझिम बुँदे......
इस भीगते मौसम में मेरी नज़रें सिर्फ और सिर्फ तुझे  ढूंढे.....
ये हवाओं  की शरारत है या मौसम का आगाज़ है कहीं.....
जो तेरे मिलन को तरसे और चाहे महसूस करना तुझे अपने पास यहीं....
सावन की इन बूंदों में कहीं बच्चो की खिलखिलाहट भी सुनाई दे.......
ऐ काश बरसती सरसराती इन फिजाओं में मुझे तेरी छवि भी कहीं दिखाई दे.....
कभी किसी की आँखों से छलक जाये याद का किस्सा इन बरसती बूंदों को देख.....
कभी किसी के दिल में ठहर जाये एहसास का लम्हा इन खुबसूरत वादियों को देख.....
कहूँ इन बादलों से अबकी बार बरसे हो कल फिर लौट के आना.....
मौसम के इस अंदाज़-इ बयान से हर टूटे दिल को फिर से प्यार करना सिखाना.....!!!!

निशा :).smile always

कोशिश कहने को सिर्फ एक शब्द पर जीने वालो के लिए एक मकसद....

 कोशिश हम करते है जीने की जब साँसे साथ देना छोड़ने लगती है......
 कोशिश हम करते है कुछ पाने की जब उम्मीद के साथ ज़िन्दगी चलने लगती है...
कोशिश हम करते है कुछ कर दिखने की जब हर मुमकिन कोशिश नाकाम होती है.....
कोशिश हम करते है किसी के दिल में जगह बनाने की जब सिर्फ निगाहों से निगाहें बात करती है.....
कोशिश हम करते है हर रूठे को मानाने की जब उसके रूठने से दुनिया में कमी लगने लगती है ......
कोशिश हम करते है इस दुनिया के तौर तरीको में ढल के जीने की जब हमे छोड़ दुनिया आगे चलने लगती  है.....
कोशिश है वो शब्द जो हर  दुःख को भुलाने के लिए सुख में गुजरे पल को याद दिलाता  है......
कोशिश है वो शब्द जो गलत राह में चलने वालो को सही राह दिखाता है.....
कोशिश करने की कोई उम्र नहीं होती.....
कोशिश करना चाहो तो ढूंड  लाये समंदर की बाँहों  में छिपे हज़ार मोती.....!!!

निशा :) smile always

इजहार और इकरार ..:-

 फूल की कलियों में लपेटकर.....
जो  दिया तोहफा हमने उन्हें प्यार का.....
वो बोले - उसकी खुशबु से मेहेकने लगा मेरा दिल.....
और कर रहे हम इंतज़ार तेरे इजहार का ......
बेकरारी बेखयाली सताने लगी अब तो....
खत्मकर इस बेसब्री को फिर  दे तोहफा अपने  इकरार का.....
अब तो लोग भी मुझे देख  पूछने लगे है......
बेशुमार प्यार की दौलत का हक़ है किसके नाम का......
अब मैं क्या जताउन और क्या  बताऊँ उन्हें.....
जिसे देख मेरा दिल हर पल  धड़क जाये
वो तो है बस मेरे यार का......
वो तो है बस मेरे यार का.........!!

निशा :) smile always

चाँद सितारों की महफ़िल

आसमान की चौखट पर चाँद सितारों की महफ़िल है लग रही....
ख़ामोशी और मदहोशी का आलम है.....
चाँद की झिलमिलाती चांदनी इस खुबसूरत रात से कह रही......
तेरी आगोश में रोशन करू मैं हर एक नज़ारा......
हम दोनों के बीच के जहाँ में चमके हर एक सितारा.....
मेरे तेरे इस अनमोल मिलन का साक्षी बने ये जहाँ सारा......
लैला-मजनू, हीर -राँझा इस नाम के जैसी ही मिसाल बने ये प्यार हमारा.....!!!

 निशा :) smile always

समेटकर बाँहों में हम ले चले ये ज़िन्दगी.....

समेटकर बाँहों में हम ले चले ये ज़िन्दगी.......
कहीं मिली हमे चाहत कहीं सिर्फ तिश्नगी......
राहगीर बने मुसाफिर बने और रही हमेशा  आवारगी........
मुस्कराहट बाँट लू ले लू ये दुनिया के गम सभी ........
ज़िन्दगी से कोई शिकायत ना रहेगी हमे अभी ......
जो खुबसूरत इस सफ़र का अंत भी हो जाये कभी .......
जिस दुनिया में जायेंगे वहां पर भी बाँटेंगे हम बस ख़ुशी.....!!

निशा :) smile always